अर्थ व्यवस्था

राष्ट्र को समृद्धि की ओर ले जाने वाली अर्थनीति

राष्ट्रीय सनातन पार्टी की आर्थिक दिशा और संकल्प

  1. आत्मनिर्भर और स्वदेशी अर्थव्यवस्था:

रुपए को डॉलर और पाउंड के समकक्ष लाने का लक्ष्य, जैसा कि 1947 में था।

आयात में कटौती और निर्यात में बढ़ोतरी के द्वारा प्रतिवर्ष 20–30 लाख करोड़ रुपये विदेशी मुद्रा भारत में लाने की रणनीति।

गौ आधारित अर्थव्यवस्था: गोमूत्र और गोबर से बनी दवाएं, जैविक खाद, निर्माण सामग्री, और बायोगैस से रसोई व वाहन ऊर्जा जिससे किसान भी समृद्ध और देश ऊर्जा स्वतंत्र बनेगा।

  1. व्यापार और लघु उद्योग का पुनरुत्थान:

One Window System के माध्यम से व्यापार प्रारंभ करने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा।

लघु, कुटीर और मध्यम उद्योगों को संरक्षण, कर राहत और वित्तीय सहायता दी जाएगी।

  1. कर सुधार और करमुक्त भारत की दिशा में पहल:

Tax नीति का सरलीकरण और दरों में कटौती।

Public–Private Partnership (PPP) के माध्यम से सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को लाभ में लाया जाएगा।

  1. डिजिटल और डेटा सुरक्षा आधारित नवभारत:

भारत के स्वदेशी सोशल मीडिया और क्लाउड प्लेटफॉर्म (AWS, Google Cloud की तर्ज पर) विकसित किए जाएंगे।

इससे 1 करोड़ से अधिक रोजगार सृजित होंगे और डेटा सुरक्षा व आत्मनिर्भरता सुनिश्चित होगी।

  1. निवेशकों की सुरक्षा सर्वोपरि:

सहारा निवेशकों को उनका पैसा लौटाने की गारंटी।

LIC धारकों की पूंजी सुरक्षा और शारदा चिटफंड जैसी स्कीमों पर पूर्ण रोक।

रियल एस्टेट में फंसे निवेश को एक वर्ष के भीतर समाधान कर घर या धन दिलाया जाएगा।

  1. बड़े घोटालों की न्यायिक पड़ताल:

2G, PM केयर फंड, बोफोर्स, कॉफिन, शारदा आदि घोटालों की समयबद्ध जांच कर दोषियों को सजा।

राजनीतिक दलों, नौकरशाही और मीडिया की भूमिका की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।

हमारा उद्देश्य:

भारत को वैभवशाली, रोजगारसमृद्ध और आत्मनिर्भर बनाना एक ऐसी अर्थव्यवस्था जो जनता के हाथों में हो, विदेशी दबावों में नहीं।