सात सूत्री कार्ययोजना

हमारी सात सूत्री कार्ययोजना

वर्तमान की धोखाधड़ी वाली राजनीतिक व्यवस्था को बदलने के लिये राष्ट्रीय सनातन पार्टी सत्ता में आने के बाद चुनाव सुधार(Electroral Reform) का कार्य करेगी।

किसी भी राष्ट्र की उन्नति में शिक्षा का महत्व सर्वाधिक होता हैं। पवित्र वेद शास्त्रों में विद्या की महिमा बताई गयी हैं, वे समस्त मानव जाती को शिक्षित, सुसंस्कृत व संगठित होने का आदेश देते हैं।

हम मानते है कि स्वास्थ्य सेवाएँ सस्ती व हानि रहित तथा देश के सभी नागरिकों की पहुँच में होनी चाहिए। देश की स्वास्थ्य सेवाओं पर सभी नागरिकों का समान अधिकार होना चाहिए…

भारत में चल रहे ब्रिटिश उपनिवेशिक शासन के समस्त कानूनों को राष्ट्रीय सनातन पार्टी की सरकार अमान्य घोषित करेगी, साथ ही सत्ता-हस्तांतरण के बाद की सरकारों द्वारा बनाए गए कानून…

अर्थ व्यवस्था किसी भी देश की रीढ़ की हड्डी होती है। यदि किसी देश की सम्पन्नता का आंकलन करना हो तो वहाँ के व्यापारियों को देखकर वहाँ की सम्पन्नता का आंकलन किया जा सकता है।

हमारे देश की 60% जनता आज भी कृषि पर निर्भर है, राष्ट्रीय सनातन पार्टी की सरकार किसान आयोग का पुनर्गठन करेगी जो कृषि के औद्योगीकरण, खाद्य-प्रसंस्करण व फसलों के मूल्यांकन…

राष्ट्रीय सनातन पार्टी की सरकार विद्यालयी समय से ही देश के छात्र-छात्राओं को सैन्य शिक्षा दिया जाना अनिवार्य करेगी, जिससे देश में सैनिकों की कमी नहीं रहेगी।

स्वतंत्र व पारदर्शी राजनीति के लिए राष्ट्रीय सनातन पार्टी के साथ जुड़कर कार्य करें

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सम्पूर्ण व्यवस्था परिवर्तन, राजनीतिक शुचिता व सनातन को संवैधानिक संरक्षण दिलाने के लिए राष्ट्रीय सनातन पार्टी को दान दें।

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