हम उस भारत की कल्पना करते हैं, जिसकी नींव सम्राट पृथु के गौरव, सम्राट विक्रमादित्य के न्याय, आचार्य चाणक्य की रणनीति, महाराणा प्रताप की दृढ़ता, महाराजा सूरजमल की अजेयता, छत्रपति शिवाजी की स्वराज्य भावना और गुरु गोविन्द सिंह की बलिदान चेतना से बनी थी।
यह वही भारत है जिसकी आत्मा में मेवाड़ की वीरांगना हाड़ी रानी का त्याग है,
राजा सुहेलदेव की राष्ट्ररक्षा है, आदि शंकराचार्य और स्वामी दयानन्द का बौद्धिक तेज है,
ललितादित्य मुक्तापीड और कृष्णदेव राय की सांस्कृतिक समृद्धि है,
महर्षि वाल्मीकि से लेकर संत रविदास और महर्षि अरविंद तक का आध्यात्मिक योगदान है।
यह भारत नेताजी सुभाष, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, राम प्रसाद बिस्मिल, रानी लक्ष्मीबाई, देवी अहिल्याबाई और बिरसा मुंडा जैसे असंख्य क्रांतिकारियों के स्वप्नों का भारत है — जो केवल स्वतंत्र ही नहीं, आत्मनिर्भर, गौरवशाली और सनातन मूल्यों पर आधारित हो।
राष्ट्रीय सनातन पार्टी का संकल्प है —
केवल सत्ता परिवर्तन नहीं, व्यवस्था परिवर्तन। केवल नेतृत्व परिवर्तन नहीं, संपूर्ण जीवन-व्यवस्था का भारतीयकरण।
यदि आप भी चाहते हैं –
एक स्वाभिमानी भारत,
एक सत्यनिष्ठ शासन,
एक सनातन संस्कृति पर आधारित समाज,
तो आइए, हमारे साथ इस व्यवस्था परिवर्तन के महान कार्य में सहभागी बनिए।
यह केवल एक चुनाव नहीं, भारत के पुनर्जागरण का अभियान है।