सैन्य व्यवस्था

सुरक्षित भारत, सशक्त सैन्य व्यवस्था

  1. राष्ट्ररक्षा की नींव विद्यालयों से:

विद्यालयी स्तर से अनिवार्य सैन्य शिक्षा लागू की जाएगी ताकि देश के युवाओं में अनुशासन, राष्ट्रभक्ति और रक्षा भावना विकसित हो।

अग्निवीरों को स्थायी नियुक्ति दी जाएगी राष्ट्र की सेवा को स्थायित्व और सम्मान मिलेगा।

  1. सेना को आधुनिक बनाएंगे, सीमाओं को अभेद्य:

सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिस को अत्याधुनिक शस्त्र और विश्वस्तरीय प्रशिक्षण मिलेगा।

सीमाओं की निगरानी के लिए टेक्नोलॉजी, ड्रोन और स्मार्ट सेंसर का प्रयोग किया जाएगा ताकि कारगिल या गलवान जैसी घटनाएं दोहराई न जाएं।

सीमान्त क्षेत्रों का पूर्ण विकास कर वहाँ सैन्य व सामाजिक ढांचा सशक्त किया जाएगा।

  1. सैनिकों को पूर्ण सम्मान और सुरक्षा:

पेंशन बहाली (एक रैंक-एक पेंशन) को पुनः लागू किया जाएगा।

आजीवन वेतन योजनाके अंतर्गत, बलिदान हुए सैनिक के परिवार को सेवा आयु तक वेतन व सुविधाएं दी जाएंगी।

पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को चिकित्सा, शिक्षा, आवास व सम्मानजनक जीवन की गारंटी।

  1. परंपरा और गौरव की रक्षा:

भारतीय सेना की परंपरागत संरचना को अक्षुण्ण रखा जाएगा सैन्य शौर्य और गौरव का यथावत सम्मान होगा।

सैनिकों को केवल सुरक्षा नहीं, गर्व और गरिमा भी प्रदान की जाएगी।

संकल्प: “राष्ट्ररक्षा सर्वोपरि हर सैनिक का सम्मान, हर सीमा की सुरक्षा हमारा धर्म है।”